संसार में कितना भेदभाव , कितनी असमानता है l लोग जाति , धर्म के आधार पर लड़ाई - झगड़ा कर अपना जीवन बरबाद करते हैं l एक शासन ऐसा भी है जहाँ कोई भेदभाव नहीं है , रंग - रूप , जाति , धर्म , अमीर - गरीब , ऊंच -नीच , मूरख - बुद्धिमान --- किसी भी आधार पर कोई भेदभाव नहीं , सबके लिए एक ही नियम है , और वह शासन है --- यमराज का शासन l यम मृत्यु के देवता हैं l मृत्यु के समक्ष , यम के समक्ष सब समान हैं l यहाँ किसी के साथ कोई पक्षपात नहीं , न कोई अनिश्चितता , न कोई भेदभाव l इसलिए गीता में भगवान ने यम को अपना स्वरुप कहा है l
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