22 March 2022

WISDOM -------

     संसार  में  जो  कुछ  है ,  वह  सब  ईश्वर  की  देन   है  l   यदि  ईश्वर  पर  दृढ़   विश्वास  हो   तो   सत्य  समझ  में  आ  जाता  है  ----  श्री  रामकृष्ण  परमहंस  के  शिष्य   हरिप्रसन्न  चटर्जी  संन्यास  के  बाद  स्वामी  विज्ञानानंद   नाम  से  प्रसिद्ध   हुए  l   वे  इंजीनियर   थे  , विवाह  नहीं  किया  था   l  सदैव  प्रसन्न  रहते  थे  l  कहते ,  मैं  रामजी  का  बंदर   हूँ  l   ठाकुर  आये  तो  मैं  भी  आ  गया  l   रामकृष्ण  परमहंस  को  वे  राम  के  रूप  में  पूजते  थे   l   ठाकुर  के  जाने  के  बाद   वे  ' वाल्मीकि  रामायण '  का  अंग्रेजी  अनुवाद  करने  में    लग  गए   l  सतत   मन  लगाकर  घंटों  बैठे  रहते   l  लोग  पूछते  --- आप  इतनी  देर  कैसे  बैठ  लेते  हैं   l  '  वे  कहते  --- " यह   अनुवाद  नहीं  है  l   मैं  कथा  में  इतना  रम  जाता  हूँ   कि   मेरे  सामने  राम , सीता ,  हनुमान  सब  आ  जाते  हैं  l   मैं  अनुरक्त  हो  जाता  हूँ  l  "  उसी  भाव  प्रवाह  में  वे  लिखते  थे  ,  क्योंकि  उन्हें  साक्षात्  प्रभु  का  सान्निध्य  मिलता  था   l  

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