11 March 2022

WISDOM ------

    एक  विद्वान्  अपने  कुत्ते  के  साथ  भ्रमण  कर  रहे  थे   l   सामने  से  एक  व्यक्ति  आ  रहा  था  ,  उसने   उन विद्वान्  से  प्रश्न  किया  --- ' कृपया  बताएं  ,  कुत्ते  और  मनुष्य  में  श्रेष्ठ  कौन  है   l '  विद्वान्  ने  गंभीरता  से  कहा ----  " जब  कोई  मनुष्य  इस  सुर दुर्लभ  मानवीय   काया  का  सदुपयोग  करते   हुए  श्रेष्ठ  कर्म  करता  है    तो  वह  मनुष्य  श्रेष्ठ  हुआ   l    मनुष्य  ईश्वर  की  संतान  है  ,  जब  वह  अपने  सच्चे  स्वरुप   का  ध्यान  न  रखते  हुए   जानवरों  जैसे  कर्म  करता  है  ,  दूसरों  को  सताता  है   तो  ऐसे  नर  पशुओं  से  कुत्ता  श्रेष्ठ  है   l  "    आध्यात्मिक  मनोविज्ञानी   कार्ल  जुंग  की  यह  दृढ  मान्यता  थी   कि   मनुष्य  की  धर्म , न्याय   और  नीति   में  अभिरुचि   होनी  चाहिए  l   उसके  लिए  वह  सहज  वृत्ति  है   l   यदि  इस  दिशा   में   प्रगति  न  हो    तो  अंतत:  मनुष्य  टूट  जाता  है   और  उसका  जीवन  निस्सार  हो  जाता  है   l 

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