2 June 2022

WISDOM -------

  लघु -कथा -----  सत्य  की  राह  बहुत  कठिन  है , सच्चाई  की  राह  पर  चलना  तलवार  की  धार  पर  चलने  के   समान  है  ,  लेकिन  इस  राह  पर  शांति  है , कोई  तनाव  नहीं  l  बुराई  की  राह  पर  चलना  बहुत  आसान  है  ,  इसमें  तुरंत  लाभ  मिलता  है   लेकिन  ये  बुराइयाँ , दुष्प्रवृत्तियां , व्यसन   जिन्हें  लोग  एक  बार  पकड़ते  हैं,  वे  कुछ  ही  दिन  में  उन्हें  अपने  शिकंजे  में   जकड़  लेती  है   और  प्राण  लेकर  ही  छोड़ती  हैं   l ---------  नदी  में  रीछ  बहता  जा  रहा  था  l  किनारे  पर  खड़े  साधु  ने  समझा  कि   यह  कम्बल  बहता  आ  रहा  है  l  निकालने  के  लिए  वह  तैरकर   उस  तक  पहुंचा   और  पकड़कर   किनारे  की  तरफ  खींचने  लगा   l         रीछ  जीवित  था  , प्रवाह  में  बहता  चला  आया  था  l   उसने   साधु  को  जकड़  कर  पकड़  लिया   ताकि  वह  उस  पर  सवार  होकर   पार  निकल  सके   l   दोनों  एक  दूसरे  के  साथ  गुत्थमगुत्था  कर  रहे  थे  l   कोई  नीचे  कोई  ऊपर  l   किनारे  पर  खड़े  दूसरे  साधु  ने  उसे  पुकारा   और  कहा --- कम्बल  हाथ  नहीं  आता  तो  उसे  छोड़  दो  और  वापस  लौट  आओ  l '  जवाब  में  उस  फंसे  हुए  साधु  ने  कहा  --- मैं  तो  कम्बल  छोड़ना  चाहता  हूँ   पर  उसने  तो  मुझे  ऐसा  जकड़  लिया  है   कि  छूटने  की  कोई  तरकीब  नहीं  सूझती ,   ऐसा  लगता  है  ये  मेरे  प्राण  ही  ले  लेगा  l  '  व्यसन  ऐसे  ही  होते  हैं , छोड़ने  पर  भी  नहीं  छूटते  l   

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