एक किसान ने अपनी गाड़ी में बैलों की जगह भैंसों को जोत दिया l उसके संगी -साथियों ने उसे बहुतेरा समझाया , पर उसे कुछ भी समझ नहीं आया , वह बोला ---- " तुम लोग लकीर के फकीर हो l कौन सी किताब में लिखा है कि भैंस से खेत नहीं जोत सकते l भैंसों में ज्यादा ताकत होती है , म मैं तो इन्ही से काम लूँगा l " बड़े शान से वह भैंसों को लेकर खेतों की ओर चल पड़ा l रास्ते में दलदल पड़ा तो भैंसे रास्ता बदलकर दलदल में जा घुसे l किसान ने लाख कोशिश की लेकिन भैंसों पर कोई असर नहीं l सूरज ढलने पर वे खुद बाहर निकल आए l किसान के मित्र बोले ---- " परंपरा का आँख मूंदकर पालन करना सही नहीं है , पर जो सत्य सामने खड़ा हो , उससे मुँह फेर लेना मूर्खता है l अब किसान को बात समझ में आई l
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