29 July 2025

WISDOM ---

 इस  युग  की  सबसे  बड़ी  समस्या   दुर्बुद्धि की  है  l  मनुष्य  स्वस्थ  रहे  , सुखी  रहे  , इसके  लिए  विभिन्न  तरह  की  चिकित्सा  पद्धति  हैं  लेकिन  फिर  भी   मनुष्य  स्वस्थ  नहीं  है  l  बड़े - छोटे , सस्ते - महँगे  हर  तरह  के   अस्पताल   बीमार  लोगों  से  भरे  हैं  l  जिसके  पास  सब  सुख -सुविधा  है  , वह  भी  पूर्ण  स्वस्थ  नहीं  है  l    इसका  कारण  हमारे  ऋषियों  ने  बताया   --' ओषधियां   तो  व्याधियों  की  रोकथाम  भर  करती  हैं  , मन  के  पतन  पर  उनका  नियंत्रण  नहीं  है  l  जब  मनुष्य  का  मन  अधर्मरत  होकर  विपत्तियों  को  आमंत्रित  करेगा  , तब  मनुष्य  के  हाथ  में  उपचार  का  अमृत कलश  भी  हो  तब  भी  वह  रोगी  होगा  l '   दुर्बुद्धि  के  कारण  ही  आज  मनुष्य   पांचो  तत्वों  को  , सम्पूर्ण  प्रकृति  को  प्रदूषित  कर  रहा  है   और  स्वयं  आत्महत्या  की  ओर  बढ़  रहा  है  l  ऋषि   पुनर्वसु  कहते  हैं ---- " बुद्धि  विपर्यय   मनुष्य  का  सबसे  बड़ा  दुर्भाग्य  है  l  बुद्धि  के  भ्रमित  और  पतित  होने  पर   मनुष्य  जो  करने  योग्य  काम  है  उसका  परित्याग  कर  देता  है   और  न  करने  योग्य  काम  को  करने  की  प्रवृत्ति  बढ़ती  है  l  इससे  न  केवल  शारीरिक  व्याधियां  बढ़ती  हैं  , वरन  हर  दिशा  से  विपत्तियाँ  बरसती  हैं  l  इसलिए  शारीरिक  व्याधियों  के  निवारण  हेतु   मानसिक  व्याधियों  का   समाधान  अधिक  आवश्यक  और  प्राथमिकता  देने  योग्य  है  l  "  

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