26 July 2022

WISDOM -----

   लघु -कथा ----  एक  अँधा  भीख  माँगा  करता  था  l  जो  पैसे  मिल  जाते  उससे  अपनी  गुजर  करता  था  l   एक  दिन  एक  धनी  उधर  से  निकला  ,  उसने  ऊ७श्र्ख़  हाथ  पर  पांच  रूपये  का  नोट  रख  दिया  और  आगे  बढ़  गया   l  अंधे  ने  कागज  को  टटोला   और  समझा  कि  किसी  ने  ठिठोली  की  है   और  उस  नोट  को  खिन्न  मन  से  जमीन  पर  फेंक  दिया   l  एक  सज्जन  ने  नोट  उठाकर  अंधे  को  दिया   और  बताया  कि कि  ' यह  तो  पांच  रूपये  का  नोट  है  l '  तब  वह  प्रसन्न  हुआ   और  उससे  अपनी  आवश्यकता  पूरी  की  l       ज्ञान  चक्षुओं   के  अभाव  में   हम  भी  परमात्मा  के    अपार  दान  को   देख  और  समझ  नहीं  पाते   और  सदा  यही  कहते  रहते  हैं   कि  हमारे  पास  कुछ  नहीं  है  ,  हमें  कुछ  नहीं  मिला  है  ,  हम  साधनहीन  हैं  l    लेकिन  यदि  हमें  जो  नहीं  मिला  है ,   उसकी  शिकायत  करना  छोड़कर  ,  जो  मिला  है  ,  उसकी  महत्ता  को  समझें    तो  मालूम  पड़ेगा  कि    जो  कुछ  मिला  हुआ  है  ,  वह  कम  नहीं  अद्भुत  है   l 

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