15 January 2013

"संयमित जीवन बिताकर भी मैं रोगी हूँ ,महात्मन ,ऐसा क्यों ?"एक व्यक्ति ने कन्फ्यूशियस से प्रश्न किया ।कन्फ्यूशियस ने थोड़ा विचार किया और बोले -"भाई ,तुम शरीर से संयमित हो ,पर मन से नहीं ।अब जाओ ईर्ष्या करना बंद कर दो तो तुम्हें संयम का पूर्ण लाभ मिलेगा ।"

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