16 January 2013

FOOLISH MONKEY

एक चालाक भालू था ।उसने एक बन्दर को अपना दोस्त बनाकर मतलब गाँठने का रास्ता निकाला ।भालू पानी में घुसकर मछली पकड़ता था ।इसमें उसे बहुत श्रम करना पड़ता था और थोड़ा लाभ हाथ आता ।नई तरकीब उसने यह निकाली कि बन्दर की पूंछ में आटा लिपटा देता ।गंध पाकर मछलियाँ वहां आतीं ।भालू पानी में ही छिपकर बैठा रहता ।मछली पास आते ही उन्हें पकड़ लेता ।जल्दी पेट भर लेता ।बदले में भालू बन्दर को बेर बीन कर दिया करता ।इस बात का पता एक मगर को लग गया ।वह दूर बैठा यह दृश्य देखा करता ।आटे की गंध उसे भी आकर्षित करती ।एक दिन मगर ने बन्दर को धर दबोचा और उसे हड़प लिया ।बदमाशी में साझीदार बनने का क्या नतीजा होता है यह बन्दर ने तब अनुभव किया जब वह मगर की दाढ़ों में फँस गया ।

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