अध्यात्म का अर्थ है -जीवन के समग्र अस्तित्व को पहचानना एवं उसे विकसित करने की कला से परिचित होना | भौतिकता के अंबार में जीवन बोझ बन गया है , सब कुछ मिलकर भी बहुत कुछ छूट गया है और जो कुछ छूट गया है , वही जीवन की कड़ी को जोड़ता है , जिसे अध्यात्म की तकनीक से समझा जा सकता है |
यही वह तकनीक है जो भौतिक साधनों के श्रेष्ठ सदुपयोग के साथ आंतरिक जीवन को सुनियोजित करने की कला सिखाती है | यह सिखाती है कि जीवन का सच्चा सदुपयोग साधनों के संग विचारों एवं भावनाओं को परिष्कृत , परिमार्जित करना भी है | इससे सभ्य एवं संस्कार संपन्न जन-मानस तैयार होता है जो किसी भी राष्ट्र की सबसे बड़ी संपदा है |
सुद्रढ़ स्वास्थ्य , समर्थ मन , स्नेह , सहयोग , क्रियाकौशल , समुचित धन , सुद्रढ़ दांपत्य , सुसंस्कृत , संतान , प्रगतिशील विकासक्रम , श्रद्धा - सम्मान , सुव्यवस्थित एवं संतुष्ट जीवन का आधार केवल एक ही है -- अध्यात्म |
जिस विचार पद्धति से मनुष्य अपने जीवन में प्रतिदिन आने वाली समस्याओं को आसानी से सुलझा सकता है , उचित मार्ग का अवलम्बन कर सकता है , उसे अध्यात्मवाद कहते हैं |
यही वह तकनीक है जो भौतिक साधनों के श्रेष्ठ सदुपयोग के साथ आंतरिक जीवन को सुनियोजित करने की कला सिखाती है | यह सिखाती है कि जीवन का सच्चा सदुपयोग साधनों के संग विचारों एवं भावनाओं को परिष्कृत , परिमार्जित करना भी है | इससे सभ्य एवं संस्कार संपन्न जन-मानस तैयार होता है जो किसी भी राष्ट्र की सबसे बड़ी संपदा है |
सुद्रढ़ स्वास्थ्य , समर्थ मन , स्नेह , सहयोग , क्रियाकौशल , समुचित धन , सुद्रढ़ दांपत्य , सुसंस्कृत , संतान , प्रगतिशील विकासक्रम , श्रद्धा - सम्मान , सुव्यवस्थित एवं संतुष्ट जीवन का आधार केवल एक ही है -- अध्यात्म |
जिस विचार पद्धति से मनुष्य अपने जीवन में प्रतिदिन आने वाली समस्याओं को आसानी से सुलझा सकता है , उचित मार्ग का अवलम्बन कर सकता है , उसे अध्यात्मवाद कहते हैं |
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