बया दूर - दूर तक जाती है , एक - एक तिनका खोजकर पल - पल परिश्रम कर के घोंसला बनाती है l जिसे देखकर हर किसी को प्रेरणा मिलती है , प्रसन्नता होती है l
नन्हे से पक्षी बया के घोंसले को नष्ट कर देने वाला बिलाव हर किसी का निंदा पात्र बनता है l तब फिर परम पिता परमात्मा द्वारा रचित इस संसार को बिगाड़ना, उसे नष्ट करना निंदनीय है l संसार की हर वस्तु , हर जीव हमारी भलाई और कल्याण के लिए हैं , तब किसी को सताना , कष्ट पहुँचाना , ईश्वरीय कृति को विनष्ट करना उचित नहीं है l
इस संसार को सुन्दर बनाने का प्रयास करें l
नन्हे से पक्षी बया के घोंसले को नष्ट कर देने वाला बिलाव हर किसी का निंदा पात्र बनता है l तब फिर परम पिता परमात्मा द्वारा रचित इस संसार को बिगाड़ना, उसे नष्ट करना निंदनीय है l संसार की हर वस्तु , हर जीव हमारी भलाई और कल्याण के लिए हैं , तब किसी को सताना , कष्ट पहुँचाना , ईश्वरीय कृति को विनष्ट करना उचित नहीं है l
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