28 March 2020

WISDOM ----- वर्तमान समस्या का सबसे बड़ा कारण मनुष्य का संवेदनहीन होना है

 लोभ , लालच ,  कामना  वासना  के  जाल  में  मनुष्य  इस  तरह  उलझ  गया  है  कि  उसके  हृदय  में  संवेदना  का  स्रोत  ही  सूख   गया  है  l   कभी - कभी  प्रकृति  भी  ऐसी  विकट   परिस्थितियां  रचकर  मनुष्य  की  परीक्षा  लेती  है   कि    उच्च    आदर्शों   की  बात  करने  वाले  मनुष्य  की  सच्चाई  क्या  है  ? 
 मनुष्य  ने   अपने  स्वार्थ  के  लिए   प्रकृति  को  उपेक्षित  किया  ,  जल , थल , वायु  समूचे  पर्यावरण  को   प्रदूषित  कर  दिया,   अपनी   मानसिक  कमजोरियों  से  , अनैतिक  और  अपराधिक  गतिविधियों  से   वातावरण  में  नकारात्मकता  भर  दी  l
  प्रकृति  हमें  विभिन्न  तरीकों  से  समय - समय  पर  सन्देश  देती  रही  की-- सुधर  जाओ ,  सन्मार्ग  पर  चलो  लेकिन  मनुष्य  ने  समझा  नहीं   l   इस  बार  प्रकृति   अपनी    उपेक्षा  सहते- सहते   बहुत  क्रुद्ध  हो  गईं  l   कब  किस  पर  प्रकोप  हो  जाये  ----  कोई  नहीं   जानता  l
  हम  प्रकृति  के  सन्देश  को  समझें  ,  शासकीय  नियमों  में  रहते  हुए    संवेदनशील  बने  ,    गरीबी , मजबूरी  ,  जाति , धर्म ,  रंग  , ऊंच - नीच   आदि  विभिन्न  आधारों  पर  किसी  को    उपेक्षित   न  करें  l 
पं. श्रीराम  शर्मा आचार्य जी  का   कहना  है  --- इस  संसार  की  सभी  समस्याओं  का  एकमात्र  हल  संवेदना  है  l   हम  किसी  को  दुःख  न   दें  l   अपनी  सामर्थ्य  के  अनुसार  उसकी  पीड़ा  का  निवारण  करें  l 

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