16 June 2013

RITUALS

'फूल को किसी भी नाम से पुकारने पर उसकी सुगंध में अंतर नहीं पड़ता | भगवान को किसी भी नाम से पुकारो इससे फर्क क्या पड़ता है | '
                                        "आप माला के दाने बाहर की ओर फेरते हैं और हम अंदर की ओर | बताइये इन दोनों में से कौन सा तरीका श्रेष्ठ है ?"पंजाब केसरी महाराजा रणजीत सिंह जी ने सिख साम्राज्य के विदेश मंत्री फकीर अजीजुद्दीन से पूछा | फकीर ने बड़ी बुद्धिमत्तापूर्वक इस प्रश्न का उत्तर इन शब्दों में दिया --
"महाराज !मुसलमान माला के दाने बाहर की ओर फेरकर दोष निकालने का प्रयास करते हैं ,जबकि हिंदु अंदर की ओर फेरकर गुण ग्रहण करने का यत्न करते हैं | "उनके उत्तर से प्रसन्न होकर महाराज ने उनकी प्रशंसा भरे दरबार में की |



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