14 July 2018

WISDOM -----

 संसार  में  जितने  भी  प्रतिभाशाली  महापुरुष  हुए   हैं ,  अत्यंत  निर्धनता  की  स्थिति  में  रहते  हुए  भी  वे   धन  का  लालच , पद  का  प्रलोभन   और  उच्च  वर्ग  के  दबाव  के  सामने  झुके  नहीं  ,  जीवन  भर  उसका  साहस पूर्वक  सामना  करते  रहे    और  समाज  सेवा  के , पीड़ा  निवारण  के  कार्यों   को  करते  रहे   l 
                    अंग्रेज  शासक  चार्ल्स  द्वितीय   के  सांसदों  में    मार्वल  एक  ऐसा  प्रतिभाशाली  सदस्य  था   जिससे  निरंकुश  शासक  को   अपनी  सत्ता  छीन  जाने  का  सतत  भय  बना  रहता  था  l  जनता  उसके  विरुद्ध  थी   और   मार्वल  को  अपना  नेता  मानती  थी  l   राजा  ने  सभी  प्रमुख  व्यक्तियों  को   कामिनी - कांचन  का  प्रलोभन  देकर   अपने  पक्ष  में  कर  लिया   फिर  भी  मार्वल  को  वह  अपनी  मुट्ठी  में  न  ले  सका  l  चार्ल्स  के  लाखों  प्रयत्न  भी  उसे  उसके  पथ  से  डिगा  न सके  l    उसका  कोषाध्यक्ष  डेनवी   जब  एक  लाख  पौंड    लेकर    सांसद  के  पास  पहुंचा   तो  उसने  यह  कहते  हुए वापस कर  दिया  कि---- " मैं  यहाँ  उन  लोगों  की  सेवा   करने  आया  हूँ   जिन्होंने  मुझे  चुन कर  भेजा  है   l  अपनी  स्वार्थ पूर्ति  के  लिए  राजा    और  किसी  , मंत्री  को  चुन  ले  ,  मैं  उनमे  से  नहीं  हूँ   l "  
  मार्वल  की  सादगी  और  चरित्र  निष्ठा  आज  भी  लोगों  के  लिए  प्रेरणास्रोत  बनी  हुई  है  l   उसकी  समाधि  पर     अंकित   ये  शब्द   आज  भी  सार्थक  हैं  ----- " अच्छे  लोग  उससे  प्यार  करते  थे  ,  बुरे  लोग  उससे  डरते  थे  ,  कुछ  लोग  उसका  अनुकरण  करते  थे    परन्तु  उसकी  बराबरी  करने  वाला  कोई  न  था   l  "

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