20 May 2020

WISDOM -----

 जरथुस्त्र   जब  जन्मे   तो  हँसते  हुए  पैदा  हुए  l   अन्य  बालकों  की  तरह  रोए   नहीं  l   सभी  आश्चर्यचकित  थे   कि   ये  रोए   क्यों  नहीं  l  भाँति - भाँति   की  अटकलें  लगाईं   गईं   l   जब  जरथुस्त्र  बड़े  हुए    तो  लोगों  ने   जन्म  के  समय   हँसने   का  वृतांत   उन्हें  सुनाया    और  इसका  रहस्य  जानना  चाहा  l
   वे  बोले ---- " हम  जन्म  के  समय  ही  नहीं  हँसे ,  हर  परिवर्तन  हँसकर   ही  झेला  जाता  है  l  "
  जरथुस्त्र   अंतिम  समय  भी  हँसे   तो  लोगों  की  समझ  में  नहीं  आया    कि   अब  क्यों  हँसे   ?   पूछा  गया  तो  बोले  --- " लोगों  को  रोते   देखकर  हँसी   आ  गई  कि   कितने  नादान   हैं   ये ,   हम  मकान  बदल  रहे  हैं   !  तो  इन्हें  क्यों  परेशानी  हो  रही  है  l  "
 पं. श्रीराम  शर्मा  आचार्य जी  कहते  हैं ---- 'यदि  हम  परिवर्तन   इसी  तरह   मुस्कराकर  स्वीकार  कर  लें    तो  जीवन  जीने  का  मंत्र   आ  जाये  l ' 

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