13 December 2020

WISDOM ---

   स्वामी  रामकृष्ण  परमहंस   कहते  हैं ----- ' ईश्वर  दो  बार  हँसते  हैं   l   एक  बार  उस  समय  हँसते  हैं  ,  जब  दो  भाई  जमीन   बांटते  हैं   और  रस्सी  से  नापकर  कहते  हैं  --- ' इस  ओर   की  जमीन   मेरी  और  उस  ओर   की  तुम्हारी  l '  ईश्वर  यह   सोचकर हँसते  हैं   कि   संसार  है  तो  मेरा   और  ये  लोग   थोड़ी  सी  मिटटी  लेकर   इस  ओर   की  मेरी     और    उस     ओर   की  तुम्हारी  कर  रहे  हैं   l      फिर   ईश्वर   एक  बार  और  हँसते  हैं   , बच्चे  की  बीमारी  बड़ी  हुई  है   l     माँ  रो  रही  है  l   वैद्य  आकर   कह   रहा    है  ---- ' डरने     की  क्या   बात   है   माँ  !   मैं  अच्छा  कर  दूँगा   l  "  वैद्य  नहीं  जानता   कि   ईश्वर  यदि  मारना   चाहे   तो  किसकी  शक्ति    है ,  जो  अच्छा  कर    सके   ? "

No comments:

Post a Comment