16 June 2022

WISDOM-------

   लघु -कथा ----  ' क्रोध  करने  वाला  शत्रुओं  से  पहले   अपने  को  ही  नुकसान  पहुंचाता  है  l  '-------  एक  साँप  को  बहुत  गुस्सा  आया  l  उसने  फन  फैलाकर  गरजना   और  फुफकारना  शुरू  किया   और  कहा ---- '  मेरे  जितने  भी  शत्रु  हैं  ,  आज  उन्हें  खाकर  ही  छोडूंगा  l  उनमे  से  एक  को  भी  जिन्दा   नहीं  रहने  दूंगा  l  '        मेढक ,  चूहे , केंचुए   और  छोटे -छोटे  जानवर   उसके  उस  गुस्से  को  देखकर  डर  गए   और  छिपकर  देखने  लगे  ,  देखें  आखिर   होता  क्या  है  ?    साँप  दिनभर  फुफकारता  रहा   और  दुश्मनों  पर  हमला  करने  के  लिए    दिन  भर    इधर -उधर   बेतहाशा  भागता  रहा   l  फुफकारते -फुफकारते  उसके  गले  में  दर्द  होने  लगा   l  शत्रु  तो  कोई  हाथ  नहीं  आया  ,  पर  कंकर - पत्थरों  की  खरोंचों  से   उसकी  सारी     देह  जख्मी   हो  गई  ,  शाम  को  थकान  से   चकनाचूर   होकर  एक  तरफ  जा  बैठा   l ----- '  अनावश्यक  आवेश   और   विशेष  व्यक्ति    को  संत्रस्त    करना  करना  अंतत:  दुःख   पहुँचाता  है  l 

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