4 December 2023

WISDOM -----

   लघु  कथा ---- खडाऊं  पहन  कर  पंडित जी  मंदिर  की  ओर  चले  l  कदम  बढ़ने  के  साथ  खडाऊं  से  भी  खट -खट  का  स्वर  निकल  रहा  था  l  पंडित जी  को  यह  आवाज  पसंद  न  आई  l  वह  एक  स्थान  पर  खड़े  होकर   खडाऊं  से  पूछने  लगे ----" अच्छा  यह  तो  बताओ  कि  पैरों  के  नीचे  इतनी  दबी  रहने  पर  भी   तुम्हारे  स्वर  में  कोई  अंतर  क्यों  नहीं  आया  ? "   खडाऊं  ने   पैरों  के  नीचे   दबे -दबे  ही   पंडित जी  की  जिज्ञासा  शांत  करते  हुए   कहा ---- "  मैं  तो  जीने  की  इच्छुक  हूँ  पंडित जी  ,  इस  संसार  में  ऐसे  लोगों  की  कमी  नहीं   जो  दूसरों  के  दबाव  में  आकर   अपना  स्वर  मंद  कर  लेते  हैं  ,  उन्हें  तो  जीवित  अवस्था  में  भी  मैं   मरा  हुआ  मानती  हूँ   l "


No comments:

Post a Comment