3 March 2024

WISDOM ------

 धरती  पर  अत्याचार  और  अन्याय  का  अंत  करने  के  लिए , दुष्टता  का  उन्मूलन  करने  के  लिए  ही   भगवान  धरती  पर  अवतरित  होते  हैं  l  जिस  समय  भगवान  श्रीकृष्ण  का  जन्म  हुआ   उन  दिनों कुछ  ऐसी  स्थिति  थी  जैसे  आसुरी  शक्तियों  ने  राजाओं  में  प्रवेश  कर  लिया  था  , उनके  अत्याचार  से  प्रजा  बहुत  दुःखी  थी  l   मगध  नरेश  जरासंध  ने  उस  समय  के  86  प्रतिशत  राजाओं  को   कैद  कर  लिया  था   l  केवल  14  प्रतिशत  शेष  बचे  राजाओं  को  कैद  कर  के  वह  उनकी  बलि  देना  चाहता  था  l  वह    इस  मनमानी  को   ही  धर्म   कहता  था  l   इस  क्रूर  नर संहार  को  रोकना  ही   सबसे  बड़ा  धर्म  था  l   जरासंध  ने  इतनी  विशाल  शक्ति  अर्जित  कर  ली  थी  कि  सामने  से  युद्ध  कर  के  उसे  पराजित  करना  संभव  नहीं  था  l    इसलिए  श्रीकृष्ण  ने  युधिष्ठिर  से  कहा --- आप  भीम  और  अर्जुन  को  मुझे  सौंप  दीजिए  , हम  युक्तिपूर्वक  जरासंध  का  वध  करेंगे  l  श्रीकृष्ण , अर्जुन  और  भीम  ब्राह्मण  का  वेश  बनाकर  मगध  की  राजधानी  पहुंचे  l   उन्होंने  परकोटे  के  दरवाजे  से  प्रवेश  न  करके    चैतक्य पर्वत  का  शिखर  तोड़कर   जरासंध  के  महल  जा  पहुंचे  l  श्रीकृष्ण  का  कहना  था  कि  शत्रु  के  घर  में  इसी  तरह  प्रवेश  किया  जाता  है  l  जरासंध  समझ  गया  कि  ये  लोग  क्षत्रिय  है  l  तब  श्रीकृष्ण  ने  कहा  कि  तुम  बंदी  बनाए  गए  राजाओं  को  छोड़  दो  या   फिर  हम  तुम्हे  युद्ध  के  लिए  ललकारते  हैं  l  जरासंध  भी  अहंकारी  था  श्रीकृष्ण  को  तो  वह  ग्वाला  समझता  था  और  अर्जुन  को  बालक  l  वह  भीम  से  युद्ध  करने  को  राजी  हो  गया   l  कहते  हैं  तेरह  दिन  और  तेरह  रात   बिना  विश्राम  किए  भीम  और  जरासंध  लगातार  लड़ते  रहे  l  चौदहवें  दिन  जब  जरासंध  कुछ  थक  सा  गया  तब  भीम  ने  श्रीकृष्ण  का  नीतियुक्त  इशारा  पाकर  जरासंध  का  वध  कर  दिया  l  इसके  बाद  जरासंध  द्वारा  कैद  किए  गए  सभी  राजाओं  को  मुक्त  कर  दिया  गया  l  भगवान  श्रीकृष्ण  ने  उन्हें  उपदेश  देते  हुए  कहा ---  वैभव  और  अधिकार  को  समाज  या  ईश्वर  की  धरोहर  मानकर   उसका  सदुपयोग  करना  चाहिए  l   अपनी  संपत्ति  और  वैभव  का  कभी  अहंकार  न  करना  क्योंकि  अहंकार  ही  पतन  का  कारण  होता  है  l 

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