1 March 2013

जीवन की हर कसौटी पर खरे उतरने वाले सद्गुणी व्यक्ति ही अपनी अंतिम साँस तक आकर्षण का केंद्र बने रहते हैं | क्षमताओं और संवेदनाओं के सम्मिलन की साधना व्यक्तित्व को आकर्षक बनाती है | जॉन कैनेडी ने एक प्रेस इंटरव्यू में अपने आकर्षक व्यक्तित्व एवं सफलताओं का रहस्य बताते हुए कहा था कि मेरी माँ सिद्धांतों एवं आदर्शों की द्रष्टि से अधिक कठोर और संवेदनाओं की द्रष्टि से मोम से भी अधिक मुलायम थीं | उनके अगाध स्नेह ने ही मुझे वर्तमान स्थिति तक पहुंचाया है |

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