12 June 2018

WISDOM ----- अच्छे या बुरे कर्मों का फल अवश्य मिलता है , लेकिन कब मिलेगा यह काल ( समय ) निश्चित करता है l

   यह  मनुष्य  की  अदूरदर्शिता   और  अज्ञान  है   कि  वह  क्षणिक  लाभ  के  लिए  वर्तमान  में   बुरे  कर्म  करने ,  अत्याचारी , अन्यायी  का  साथ  देने  के  लिए  तैयार  हो  जाता  है   और  अच्छे  कर्मों  के  माध्यम  से   लाभ  कमाने  के  लिए  तैयार  नहीं  होता  l   इसे  प्रकृति  अपने  ढंग  से  समझाती  है  --- यदि  खेत  में  आम  बोया  है   तो  एक  निश्चित  समय  के  बाद  आम  ही  मिलेगा  लेकिन  यदि  हमने  बबूल  बोया  है   तो  कांटे  ही   मिलेंगे ,  उसमे  किसी  तकनीक  से  परिवर्तन  संभव  नहीं  है   l 
  औरंगजेब  दिल्ली  का  शासक  था  ,  उसके  पास  किसी  तरह  की  कोई  कमी  नहीं  थी   लेकिन  सत्ता  हथियाने  के  लिए  उसने   अपने  भाइयों  की  हत्या  करवाई ,  पिता  को  मरवाया   l  ऐसा  कर  के  उसने  राज्य  तो  पा  लिया  लेकिन  उसका  अंतिम  जीवन  बहुत  कष्टपूर्ण  था  ,  विक्षिप्त  होकर  मरा  l 
  इसके    विपरीत    सम्राट  अशोक  ने  ह्रदय  परिवर्तन  के  बाद  जनता  के  कल्याण  के  अनेकों  कार्य  किये  ,  प्रजा जनों  को   सुशासन  देने  के  हर  संभव  कार्य  किये  इसलिए  आज  भी   सम्राट  अशोक  का  नाम  आदर  के  साथ  लिया  जाता  है  l  

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