1 June 2018

WISDOM ----- मनुष्य यदि सुख - शान्ति से रहना चाहता है तो मानव - मानव के बीच धर्म , जाति और सम्प्रदाय की भेद की रेखाओं को मिटाना होगा ----- बंट्रेन्ड रसेल

 ब्रिटेन  की  धरती  पर  जन्म  लेकर  भी    वे    किसी  एक  देश  के  होकर  न  रहे   l  समग्र  मानवता  की  पीड़ा  को   हरना  उनका  उद्देश्य  था  l   जब  प्रथम  महायुद्ध  छिड़ा  तो  उन्हें  बहुत  दुःख  हुआ , सोचने  लगे  कि  कितने  ही  नवयुवक  जो  देश  की  रचनात्मक  गतिविधियों  में  सक्रिय  सहयोग  दे  सकते  हैं  ,  युद्ध  की  भेंट  चढ़  जायेंगे  l    1915  में  उन्होंने  एक  पुस्तक  प्रकाशित  कराई -- ' व्हाई  मैन  फाइट '  l  इसका  समाज  पर  प्रभाव  पड़ा ,  प्रत्येक  युवक  के  हाथ  में  यह  पुस्तक  दिखाई  पड़ने  लगी  l  जो  शान्ति  में  विश्वास  करते  थे   उन्होंने  सेना  में  भर्ती  होने  से  इनकार  कर  दिया  l   अनिवार्य  भर्ती  कानून  का  विरोध  होने   लगा  और  लार्ड  रसेल  को  भी  बंदी  बना  लिया  गया  l  E
  1945  में  हिरोशिमा  और  नागासाकी  पर  परमाणु  हमले  ने  उनकी  आत्मा  को  झकझोर   दिया  ,  वे  एक  बार  फिर  रो   पड़े  l   लार्ड  रसेल  परमाणु  युद्ध  के  विरुद्ध  जनमत  जाग्रत  करना  चाहते  थे  ,  वे  हर  मानव  को  युद्ध  की  पीड़ा  से  परिचित  कराना  चाहते  थे   l    वे  अंत  तक  मानव  को    प्रेम   का    सन्देश  देते  रहे  l 
 भेदभाव  की  जो  रेखाएं  जमीन  पर  कहीं  भी  अंकित  दिखाई  नहीं  देती  हैं   उन्हें  वह  व्यक्ति  के  मन  से  भी    मिटाना   चाहते  थे  

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