14 January 2022

WISDOM -----

   आज  जब  संसार  में  बीमारी ,  महामारी  का  कोहराम  है  ,  लोग  भयभीत  हैं  l   अपना  स्वाभाविक  जीवन  नहीं  जी    पा    रहे  हैं   l   यह  स्थिति  समस्त  संसार  के  लिए  एक  संकेत  है   कि   ' वेदों  की  ओर   लौट  चलो  '  प्रकृति  का  सम्मान  करो  ,  प्रकृति  हमें  पोषित  करेगी  l ------   ऋषियों  ने  हमें  ज्ञान  दिया  -----'   वेदों  में  सूर्य  किरण  चिकित्सा  का  वर्णन   बड़े  विस्तार  से  आता  है  l  मत्स्य पुराण  कहता  है   नीरोगता   की  इच्छा  है  तो   सूर्य  की  शरण  में  जाओ   l   वेदों  में   उदित  होते  सूर्य  की   किरणों  का  बड़ा  महत्व  बताया  गया  है   l   अथर्ववेद  में   वर्णन  है  कि  उदित  होता  सूर्य   मृत्यु  के  सभी  कारणों  , सभी  रोगों  को  नष्ट   कर  देता  है  l   इस  समय  की   किरणों  में  जीवनी  शक्ति  होती  है   l   ऋग्वेद  में  उल्लेख  है   कि   रक्त अल्पता  की  सर्वश्रेष्ठ  औषधि   है   उदित  होते  सूर्य  के  दर्शन, ध्यान  l   हृदय  की  सभी  बीमारियाँ   नित्य  उगते  सूर्य  के  दर्शन , ध्यान  एवं  अर्घ  से   दूर  हो  सकती  हैं   l  "  पं. श्रीराम  शर्मा  आचार्य  जी  ने  लिखा  है --- जिन  देशों  में  सूर्योदय  के  दर्शन    किसी  कारण  से    संभव    नहीं  होते  हैं   तो  आप  मन  में  सूर्योदय  की  कल्पना   कर  सकते  हैं   कि   पवित्र  प्रकाश  हमारे  रोम - रोम  में  समा   रहा  है   और  ऐसी  कल्पना   के साथ  अर्घ  दे  सकते  हैं   l '

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