26 October 2022

WISDOM ---

   मानव  जीवन  अनमोल  है , ईश्वर  ने  सबको  कोई  न  कोई  विभूति  अवश्य  दी  है  l  किसी    के  पास  धन -वैभव  है , किसी  के  पास  अच्छा  स्वास्थ्य , किसी  के  पास  बुद्धि , विद्या ----- l  जो  कुछ  मनुष्य  को  मिला  है  , वह  उसका  महत्त्व  नहीं  समझता   और  दुर्बुद्धि  के  कारण  उसका  दुरूपयोग  करता  है  ----- एक  बार  पांच  असमर्थ  , अपंग  लोग  एकत्र  हुए  और  कहने  लगे   कि  यदि  भगवान  ने  हमें   समर्थ  बनाया  होता   तो  हम  परमार्थ  के  कार्य  करते  , पर  क्या  करें  !  अँधा  बोला ---- मेरी  आँखें  होतीं  तो  जहाँ  कहीं  बिगाड़  दिखाई  देता  ,  उसे  सुधारने  में  लग  जाता  l  लंगड़े  ने  कहा --- मेरे  पैर  होते  तो  दौड़ -दौड़  कर  भलाई  के  कार्य  करता  l  निर्बल  ने  कहा --- मेरे  पास  ताकत  होती   तो  अत्याचारियों  को  मजा  चखा  देता  l  निर्धन  ने  कहा --- मेरे  पास  धन  होता  तो  दीन -दुखियों  के  लिए  लुटा  देता  l  मूर्ख  ने  कहा --- विद्वान  होता   तो  संसार  में  ज्ञान   की  गंगा  बहा  देता   चारों  ओर  विद्या  ही  विद्या  दिखाई  देती  l    वरुण  देव  ने  उनकी  बातें  सुनी   और  सच्चाई  परखने  के  लिए   उन्होंने  सात  दिन  के  लिए   उन्हें  सशर्त  आशीर्वाद  दिया  l  जैसे  ही  रूप  बदला  ,  पाँचों  के  विचार  भी  बदल  गए   l  अंधे  ने  कामुकता  की  वृत्ति  अपना  ली  l  लंगड़ा  घूमने  निकल  पड़ा  l  धनी  ठाठ -बाट   एकत्र  करने  में  लग  गया  l  बलवान  दूसरों  को  सताने  लगा   l  विद्वान्  ने  सबको  उल्लू  बनाना  शुरू  कर  दिया  l  वरुण  देव  लौटे   तो  देखा  वे  स्वार्थ  सिद्धि  में  लगे  थे  l  देवता  नाराज  हुए  और   वरदान  वापस  ले  लिए  l   उन्हें  जो  अनमोल  वक्त  मिला  था  वह  बीत  गया ,  अब  पछताने  से  क्या   होता  है  ?

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