22 August 2021

WISDOM ------

    संत  इमर्सन  ने   लिखा   है  ----- "  युवावस्था  में  मेरे   अनेक   सपने  थे  l  उन्ही  दिनों  मैंने  एक  सूची   बनाई  थी  कि   जीवन  में  मुझे  क्या - क्या  पाना  है  l   इस  सूची   में  वे   सारी  चीजें  थीं   ,  जिन्हे  पाकर  मैं  धन्य  होना  चाहता  था   l   स्वास्थ्य , सौंदर्य , सुयश , सम्पत्ति , सुख  ,  इसमें  सभी   कुछ  था   l   इस  सूची  को  लेकर  मैं  बुजुर्ग  संत  थॉरो   के  पास  गया   और  उनसे  कहा  ---- "  क्या  इस  सूची   में  मेरे  जीवन  की   सभी  उपलब्धियां  नहीं  आ  जातीं     हैं   ?  "  उन्होंने  मेरी  बातों  को  ध्यान  से  सुना   फिर  बोले  ---- "  मेरे  बेटे  !   तुम्हारी  यह  सूची  बड़ी  सुन्दर  है  l   बहुत  विचारपूर्वक  तुमने  इसे  बनाया  है   l   फिर  भी  तुमने   इसमें  सबसे  महत्वपूर्ण  बात  छोड़  दी ,  जिसके  बिना  सब  कुछ  व्यर्थ  हो  जाता  है   l  "  मैंने  पूछा ---- " वह  क्या  है  ? "   उत्तर  में  उन  अनुभवी  वृद्ध  संत  ने   मेरी  सम्पूर्ण  सूची  को  बुरी  तरह  से  काट  दिया   और  उसकी  जगह   उन्होंने  केवल  एक  शब्द  लिखा  -----  ' शांति  l  '      वर्तमन  स्थिति  में     पद - प्रतिष्ठा ,  धन - वैभव  सब  चाहते   हैं ,  इसी  के  लिए  ईश्वर  से  प्रार्थना  करते  हैं  ,  लेकिन  ' शांति '  कोई  नहीं  चाहता  l   यही  कारण  है  कि   संसार  में  युद्ध , उन्माद ,   उत्पीड़न  , पर्यावरण  प्रदूषण ,  तनाव , अपराध   की  अधिकता  है    और  आश्चर्य  तो  ये  है  कि   लोगों  को  इसी  में  आनंद  आता  है  ,   स्वार्थ  और  लालच   हावी  है   l   इस  स्थिति  में  सुधार  चाहने  वाले  बहुत  ही  कम  लोग  हैं  l   जब  ऐसे  लोगों  की  अधिकता  होगी   जिनके  मन  शांत  हैं  ,   तो  वे  अपने  मन  की  शांति  से  आसपास  के  वातावरण  को  भी  शांतिपूर्ण  बना  सकेंगे   l