धार्मिक - आध्यात्मिक पत्रिका ' कल्याण ' के प्रथम संपादक एवं गीता प्रेस , गोरखपुर के संस्थापक हनुमान प्रसाद पोद्दार जी पत्रकार , साहित्यकार , प्रकाशक , संपादक होने के साथ और होने के पूर्व वह देश की स्वाधीनता के लिए जूझने वाले कर्मठ सिपाही थे l भाई जी सदा पीड़ितों की सेवा में अग्रणी और क्रांतिधर्मी देशभक्त रहे l 1936 में जब गोरखपुर में बाढ़ आई तो पं. नेहरू भी बाढ़ - क्षेत्र के निरीक्षण के लिए आए , उस समय अंग्रेज कलेक्टर ने लोगों को धमकाया कि कोई भी व्यक्ति नेहरू जी को कार नहीं देगा , जो ऐसा करेगा , उससे सख्ती से निबटा जायेगा l लेकिन भाई जी निर्भीक थे , उन्होंने अपनी कार नेहरू जी को उपलब्ध करवाई l देश की स्वाधीनता से पहले अंग्रेजों ने उन्हें रायबहादुर और रायसाहब की उपाधि देने का प्रस्ताव रखा , जिसे उन्होंने अस्वीकार कर दिया l