19 March 2021

WISDOM -----

 पं. श्रीराम   शर्मा  आचार्य जी  लिखते  हैं  ---- ' प्रकृति  व  शक्ति ,  दोनों  ही  हमारे  जीवन  का  मूल  आधार  हैं  ,  उनके  बिना  जीवन  की   कल्पना   संभव नहीं  l  हमारा  शरीर  प्रकृति  के  तत्वों  से  मिलकर  बना  है   और  यह  संचालित  भी  होता  है  प्रकृति  की  शक्ति  से  l   शरीर  में  ऊर्जा  का  संचार  प्राणवायु  ही  करती  है  ,  जो  कि   प्रकृति  का  एक  घटक   है   l   शक्ति  का  मूलस्रोत  प्रकृति  है   और  वह  जगदम्बा  के  रूप  में    पूरी सृष्टि   का पालन - पोषण  करती  है   l  पार्वती   के  रूप  में   भगवान  शिव  की  अर्द्धांगिनी   है   और सृष्टि  के  विभिन्न   दैवी    रूपों  में    सृष्टि  का  कार्यभार  संभालती  है   l   इस  संसार  में  शक्ति  की  ही  विजय  होती  है  ,  यदि  शक्ति  की  कृपा  नहीं  है    तो  व्यक्ति  सफल  नहीं  हो  सकता  l   इसी  कारण  भगवान  श्रीराम  ने  रावण  से  युद्ध  करने  से  पूर्व   शारदीय  नवरात्र  का  अनुष्ठान  किया  था  l   अर्जुन  ने  महाभारत  युद्ध  करने  से  पूर्व   शक्ति  की  उपासना  की  थी   और  वे  अपने  विजय  अभियान  में  सफल  हुए   l  '