23 September 2022

WISDOM ----

  एक  मिशनरी  ने  रामकृष्ण  परमहंस  से  पूछा --- " वे  माता  काली  के  रोम -रोम  में  अनेक  ब्रह्माण्ड  होने  की  बातें  करते  हैं  और  उस  छोटी  सी  मूर्ति  को  काली  कहते  हैं --यह  कैसे  ? "  इस  पर  परमहंस जी  ने  उनसे  पूछा ---" सूरज  दुनिया  से  कितना  बड़ा  है  ? "  उन्होंने  उत्तर  दिया ---- " नौ लाख  गुना  l " परमहंस  ने  फिर  पूछा --- " तब  वह  इतना  छोटा  कैसे  दिखाई  देता  है  ? "  मिशनरी  ने  कहा ---" नौ  लाख  गुना  होने  पर  भी  सूरज  हमसे  बहुत  दूर  है  l  इसलिए  वह  छोटा  दिखाई  देता  है  l "  परमहंस जी  ने  फिर  पूछा  --- " कितनी  दूर  ? "  उन्होंने  बताया  -- " नौ  करोड़  तीस  लाख  मील  l "  परमहंस जी  ने  विनम्रता  से  जवाब  दिया --- " ठीक  इसी  प्रकार  आप  माँ  काली  से  इतनी  दूर  हैं  कि  आपको  वे  छोटी  दिखाई  देती  हैं  l  मैं  उनकी  गोद  में  हूँ  इसलिए  मुझे  वे  बड़ी  लगती  हैं  l  आप  स्थूल  द्रष्टि  से  पत्थर  देखते  हैं  ,  मैं  आस्था  की  द्रष्टि  से  शक्ति  पुंज  देखता  हूँ  l "

WISDOM ----

 भिखारी  दिन  भर  भीख  मांगता -मांगता  शाम  को  एक  सराय  में  पहुंचा  और  भीतर  की  कोठरी  में  भीख  की  झोली  रखकर  सो  गया  l  थोड़ी  देर  बाद  एक  किसान  आया  l  उसके  पास  रुपयों  की  थैली  थी  l  किसान  बैल  खरीदने  गया  था  l  रात  को  वह  भी  उसी  सराय  में  रुका  जहाँ  भिखारी  था  और  वह  रुपयों  की  थैली  अपने  सिराहने  रखकर  सो  गया  l  भीख  की  झोली  रुपयों  की  थैली  से  बोली  --- : बहन  !  हम तुम  एक  बिरादरी  के  हैं  , इतनी  दूर  क्यों  हैं ,  आओ  हम  तुम  एक  हो  जाए  ? ' रुपयों  की  थैली  ने  हंसकर  कहा --- " बहन  ! क्षमा  करो ,  यदि  मैं  तुमसे  मिल  गई  तो  संसार  में  परिश्रम  और  पुरुषार्थ  का  मूल्य  ही  क्या  रह  जायेगा  l "