1 July 2020

WISDOM--------

    अनाचारी  को  सदाचार  की  नीति ,  अनीति  जैसी  ही  लगती  है  l   वह  इसलिए  कि   आसन्न  विनाश  के   कारण   उसकी  बुद्धि  विपरीत   हो  जाती  है  l   विपरीत  बुद्धि  होने  पर   व्यक्ति  कैसा  व्यवहार  करता  है  ,  इसे  बताने  वाली   एक   घटना  है   ---- आदिलशाह    को    छत्रपति     शिवाजी   का  अभ्युदय   काँटे   की  तरह  चुभता  था  ,  वह  किसी  भी  कीमत  पर  उन्हें  बन्दी   बनाना  और  मरवा  डालना  चाहता  था  l  इस  कार्य  के  लिए  उसने  बहुत  बड़ी  पदवी  और   बड़े  पुरस्कार  की  घोषणा  की  l   शिवाजी   की  वीरता   व  बुद्धिमत्ता  से  सब  परिचित  थे ,  इसलिए  कोई  भी  सरदार  इस  कार्य  के  लिए   साहस  न  कर  सका  l
     लोभ  मनुष्य  के  विनाश  का  कारण  होता  है  ,  अफजल    खान  नामक  सरदार   की  बुद्धि  भ्रष्ट  हो  गई  और  वह  लालच  में  आकर   शिवाजी   को  पकड़ने      के  लिए  तैयार    हो  गया  l 
  इस  कार्य  हेतु     यात्रा  पर  चलते  समय    वीर  शिवाजी    के  तेज  की  कल्पना  कर  के     उसका  हृदय  दहल  गया   और  उसे  अपने  मरने  की  शंका  होने  लगी   l  उसने  सोचा  कि   यदि  मैं  मारा  गया  तो  इन  बेगमों  का  क्या  होगा   ? '  विनाश  काले   विपरीत  बुद्धि   ' l   अफजल  ने  अपनी  163  बेगमों``` को  चलते  समय   अपनी  तलवार  से  क़त्ल  कर  डाला  ---- ऐसा   व्यभिचारी   और  इतनी  निरीह  नारियों   का  वध  करने  वाला   एक  पापी  पुरुष     धर्मनिष्ठ   सूरमा      को  मारने     चला     l      शिवाजी   को  धोखे  से  मारना  चाहता  था   लेकिन  शिवजी  की  सतर्कता  से  अफजल  स्वयं  मारा  गया