17 April 2019

WISDOM ------ उत्तम ज्ञान जाग्रत देवता

पं. श्रीराम  शर्मा  आचार्यजी  ने  अखंड  ज्योति  में  लिखा  है ---  '  मंदिर ,  गिरजे , गुरूद्वारे  टूटकर खंडहर  बन  जाते  हैं  , गिरकर नष्ट  हो  जाते  हैं  ,  लेकिन  उत्तम  ज्ञान  और  सच्चे  विचार  कभी  नष्ट  नहीं  होते  l  ज्ञान  वह  सीपी  है  ,  जिसमे  प्रवेश  कर मनुष्य  का  जीवन  मोती  बन  जाता  है  l '
 आचार्यजी   का  कहना  है ---- " दुर्भाग्य कभी हाथ  धोकर   पीछे  पड़  जाये  ,  ऐसा  लगे  कि   एक  भी  उपाय  प्रगति  पथ  पर   स्थिर  रखने  में  समर्थ  नहीं  है  , सभी  ओर  असफलता  ही   असफलता  ,  अंधकार  ही  अंधकार    प्रतीत  हो  रहा  हो   तब  तुम  महापुरुषों  के  ग्रन्थ  पढ़ना  l  विचारों  का  सत्संग   तुम्हारे  जीवन  में  फिर  से  प्रकाश  लायेगा  l  तुम्हारे   दुर्भाग्य  को  सौभाग्य  में   बदलने  की  शक्ति  उत्तम  ज्ञान  में    सन्निहित    है   l    जब  समस्त  शक्तियां  साथ  छोड़  दें  तब  तुम  उत्तम  पुस्तकों  को  मित्र  बनाकर   आगे  बढ़ना  l   एकाकी  और  असहायपन  के  बीच   तुम्हे  मौन  मैत्री  और  प्रकाश  की  वह  किरण  मिल  जाएगी   जो  तुम्हारा  हाथ  पकड़कर   तुम्हे  निर्दिष्ट  लक्ष्य  तक  पहुंचा  देगी  l