19 November 2019

WISDOM -----

  गाँधी जी  ने  राम - नाम  जपा  l   कोई  अनुष्ठान  नहीं , कोई  विशिष्ट  तप - व्रत  नहीं  l  जो  भी  उनके  उपवास  हुए  , वे  राष्ट्रहित  में  किये  गए   l   गाँधी जी  विश्व  भर  में  अहिंसा  के  पुजारी  के  रूप  में  ,  असहयोग  एवं   सविनय  अवज्ञा    के  पालन  कर्ता   के  रूप  में   तथा  सत्य  के  प्रयोगों  के  लिए  जाने  जाते  हैं   l   विश्व  के  अनेक  देशों  के  लोग  यह  मानते  हैं   कि   आज  की  सभी  समस्याओं  का  समाधान   गाँधी  की  अहिंसा  में  निहित  है   l
  अहिंसा  के  लिए  कहा  जाता  है  कि   यदि  योगी  अहिंसा  में  सम्पूर्णतया  प्रतिष्ठित  हो   तो  उसके  आस - पास  निर्वैरता   व्याप्त  हो  जाती  है   l   सांप  और  नेवला  भी    अपना  वैर  भुलाकर  साथ  बैठते - खेलते  हैं  l   पं  .  श्रीराम  शर्मा  आचार्य जी  का  कहना  है --- '  मनुष्य   में  प्राकृतिक  वैर  नहीं  है   उस   का  वैर  विकृतियों  से  उपजा  है   l  '  इसलिए  ईसा मसीह , सुकरात   प्रकृति  एवं   प्राणियों  के  द्वारा  नहीं  ,  बल्कि  विकृत  मनुष्यों  द्वारा  मारे  गए   l   अहिंसा  के  पुजारी  महात्मा   गाँधी   के   सीने    पर  हिंसा  ने  गोली  बरसाई   l     यदि  हृदय  में  संवेदना  हो  तो  संसार  की   समस्त  समस्याएं  हल  हो  जाएँ  l