5 January 2020

WISDOM ------

   एक  व्यक्ति  ने  किसी  विद्वान्  से  प्रश्न  किया  ---- " शास्त्रों  में  सत्संग  की  इतनी  महिमा  क्यों  कही  गई  है  ? "  विद्वान्  ने  उत्तर  दिया ----  "  संग  जिसके  साथ  होता  है  ,  उसके  जैसे  गुण  संग  करने  वाले  को  प्राप्त  होते  हैं  l  गरम  लोहे  पर  पड़ने  से  जल  का  निशान  नहीं  पड़ता  ,  परन्तु  वही  जल   कमल  के  पत्ते  पर  पड़ने  से  मोती  जैसा  चमकता  है   और  वही  जल  स्वाति  नक्षत्र  में  सीप   के  मुंह  में  पद  जाने  से  मोती  बन  जाता  है  l   ठीक  ऐसे  ही  संसर्ग  जैसा  हो  ,  प्राणी  वैसे  ही   उत्तम ,  मध्यम   अथवा  अधम  गुण   प्राप्त  करता  है  l