28 February 2022

WISDOM -----

 ' जब  नाश  मनुज  पर  छाता   है , पहले  विवेक  मर  जाता  है  l '       यह  मनुष्य  की  दुर्बुद्धि  है  कि  वह   वैज्ञानिक  प्रगति  तो  करता  है   लेकिन  उसमे  सृजन  के  तत्वों  को  भूलकर   केवल  विनाश  के  पक्ष  पर  अपना  ध्यान  केंद्रित  कर  लेता  है  l   जिन  साधनों  से  सारा  संसार  जगमगा  सकता  है  ,  उन्हें  वह   अंधकार  में  डुबो  देना  चाहता  है   और  केवल  इसलिए  कि   वह   लाशों  पर  राज  कर  सके  l  असुरता  में  अहंकार  है  , उसका  पोषण  जरुरी  है  , अन्यथा  वह  घाव  बनकर  रिसने  लगता  है  l  लाशें  कभी  विद्रोह  नहीं  करतीं , कोई   जुलूस , कोई  आंदोलन   नहीं  करतीं  l   किसी  भी  तकनीक  से  उन्हें  खड़ा  कर  के  ' सलाम ' कराया  जा  सकता  है   l   इसी  से  अहंकारी  को  सुकून  मिल  जाता  है  l   यह  दुर्बुद्धि    ही  है  कि   असुरता   स्वयं  को  अमर   समझकर    दूसरों  के  विनाश   के  लिए  हर  संभव  कार्य  करती  है   l     केवल   कुछ  लोगों  के  अहंकार  के  कारण    समूची  मानव जाति , प्रकृति , पर्यावरण   सब  पर  संकट  आ  जाता  है     l   इन  सब  के  लिए   संसार  में  जो  भी  प्रयास  किए   गए  ,     वे  सब  एक  नाटक  सा  लगने  लगते     हैं  l