13 January 2024

WISDOM ------

 संसार  में  जितनी  भी  क्रांतियाँ  हुईं हैं ,    उनके  मूल  में  कारण  ' आर्थिक '  था   l  किसी  का  शोषण  होता  है  और  कोई  शोषण  करता  है  ,  दोनों  के  बीच  अपने  अस्तित्व  के  लिए   झगड़ा  होता  है  l  अत्याचार  और  अन्याय  कई  तरह  से  होता  है  l  अत्याचारी  सामने  हो  तो  उससे  निपटा  जा  सकता  है   लेकिन  कलियुग  का  एक  बड़ा  लक्षण  कायरता  है   l   लोग  समाज  में  अपनी  छवि  को  साफ़ -सुथरी  बनाये  रखने  के  लिए  छिपकर  पीठ  पर  वार  करते  हैं  l  इससे  उनकी  मानसिक  विकृति  को  पोषण  मिल  जाता  है  l   यह  स्थिति  परिवारों  से  लेकर  समूचे  संसार  में  है  l  धर्म , जाति  के  आधार  पर  होने  वाले  विवाद , दंगे ,  युद्ध , हत्याकांड   यह  सब  मनुष्य  की  मानसिक  विकृति  को  ही  बताते  हैं  l  विज्ञानं  ने  मनुष्य  को  सब   भौतिक  सुविधाएँ  प्रदान  की  हैं   लेकिन  विज्ञानं  के  पास  कोई  ऐसा  यंत्र  नहीं  है  जो  मनुष्य  में  सद्बुद्धि  को  , विवेक  को  जाग्रत  कर  सके  ,  मनुष्य  की  चेतना   का  परिष्कार  कर  सके  l  चेतना  ही  तो  परिष्कृत  नहीं  है  , इसीलिए  युगों  से  इतने  युद्ध , मारकाट  , दंगे , फसाद  चले  आ  रहे  हैं  l   करुणा  और  सहानुभूति  जैसे  शब्द  खो  गए ,  यूज  एंड  थ्रो  की  स्थिति  आ  गई  , स्वार्थ  सर्वोपरि  है  l  ऐसी  स्थिति  से  बचने  का  एक  ही  उपाय  है --- स्वयं  को  सशक्त  बनाये   , शारीरिक  और  मानसिक  दोनों  तरह  से  l  कौरवों  ने  पांडवों  पर  बहुत  अत्याचार  किए  , उन्हें  लाक्षाग्रह  में  जिन्दा  जलाने  का  षड्यंत्र  रचा ,  वे  जागरूक  थे  इसलिए  बच  गए    और  अपनी  शक्ति  को  बढ़ाने  में  लग  गए   l  महाभारत  के  युद्ध  में  विजयी  हुए  l