12 September 2020

WISDOM -------

   आज   का   समय  ' यूज  एंड  थ्रो  '  का  है   l    धन - वैभव  को  प्रमुखता  देने  के  कारण   मनुष्य  भी  चाहे  वह  नर   हो  या  नारी  ,  वस्तु  की  तरह  उसे  इस्तेमाल  किया  जाता  है  l   हम  इनसान   बने ,  वस्तु  नहीं  ,  इसके  लिए  जागरूकता  की  जरुरत  है  l   एक  छोटी  सी  कहानी  है   जो  यह  बताती  है  कि   कोई  शक्तिवान , अहंकारी     यदि  किसी  कमजोर  की  मदद  लेता  है   तो  निश्चित  ही  उसके  पीछे  उसका  कोई  बड़ा  स्वार्थ  होता  है  l   स्वार्थ  पूरा  होते  ही  उसे  उपेक्षित  ( थ्रो ) कर  दिया  जाता  है  l    विद्वानों   का कथन  है   कि   हम  विवेकशील  बने ,  सतर्क  रहें  ,  कहीं  हमारी  योग्यता  का  फायदा  गलत  लोग   तो  नहीं  उठा  रहे  l   कहानी  है ---- एक  शेर  को   एक  बार  बारहसिंगा  खाने  की   बड़ी  इच्छा  हुई   l   उसने  एक  सभा  की   और  सियारों  से  कहा   कि   वह  चलने - फिरने  में  असमर्थ  है  , अत:  बारहसिंगा  को  पकड़ने  में  वे  उसकी  मदद  करें ,   तो  उन्हें  भी  उसका  मांस  खाने  को  मिलेगा  l   सियार  बहुत  खुश  हुए  ,  अपनी   ख़ुशी  जंगल  में  सबसे  बताते   फिरे ,  कि   देखो  शेर  को  भी  हमारी  जरुरत  है  l   लोमड़ी  ने  उन्हें  बहुत  समझाया   कि   बारहसिंगा  खाने   के बाद  शेर  तुमको  भी  मार  डालेगा  ,  उसकी  बातों  में  न  आओ  l   लेकिन  सियार  तो  सियार  ,  वे  लालच  में  अपना  होश  खो  बैठे  थे  l   आखिर   सियार  के सहयोग  से  शेर  ने  बारहसिंगा  को  मारा  l  मांस  का  बंटवारा  शेर  को  ही  करना   था --- उसने  शिकार  के  टुकड़े  किए   और  कहा --' एक  टुकड़ा  राजवंश  का  है  l   दूसरा  टुकड़ा  अधिक  पुरुषार्थ  करने  के  कारण  मेरा  है   और  तीसरा  स्वयंवर  जैसा,   उसे  पाने  के  लिए   प्रतिद्वंदिता  में  जो  आना  चाहे  ,  वो  मेरे  साथ  संघर्ष  करे  l  "  सियार  को  लोमड़ी  की  बात  याद  आ  गई  ,  किसी  तरह  जान  बचाकर  वे  भागे  l  कहानी   की यही  शिक्षा  है   कि   धूर्त  के  साथ  सहयोग  भी   हितकारी नहीं  होता  ,  जहाँ  तक  हो  उससे  बचना  चाहिए  l