संसार में जितने भी बड़े कार्य हुए हैं, आत्मशक्ति के बल पर ही हुए हैं | आत्मबल की महत्ता सर्वोपरि है, यह वह बल है जो असंभव को भी संभव बना देता है |
यह आत्मशक्ति हमें प्राप्त होती है -- आत्मशोधन से, अपने चिंतन, चरित्र और व्यवहार को परिष्कृत करने से |
आत्मशोधन की यह साधना सबसे कठिन है | मन चंचल है | मन में संसार की अनगिनत इच्छाओं की आँधी, कामनाओं के झंझावात और वासनाओं की आग है | इन सब लालसाओं को छोड़ने के पश्चात ही साधना संभव है |
मन सधे तो कैसे सधे ? मन पर बहुत अधिक दबाव भी नहीं डाला जा सकता और इसे खुली छूट भी नहीं दी जा सकती |
ऐसे में मध्यम मार्ग है -- मन को धीरे-धीरे अपनी बुराईयों से, दोषों से मुक्त किया जाये और उच्च श्रेष्ठ वृत्तियों को जीवन में सम्मिलित करने का निरंतर प्रयास किया जाये ----" मन के खर-पतवारों ( दोषों ) को काटने-हटाने के साथ-साथ अच्छी फसल भी बो दी जाये | इससे फसल की रखवाली करते- करते खर-पतवार की कटाई भी हो ही जायेगी | "
अर्थात मन को श्रेष्ठ चिंतन में रमा देने से निकृष्ट विचारों के प्रति विकर्षण पैदा होगा | सतत अभ्यास से इसमें सफलता प्राप्त होगी | यही सबसे बड़ा, हर पल का, हर श्वास का संग्राम है जो इसमें विजयी होता चला जाता है, वह निश्चित ही इतिहास में स्थान बना लेता है
यह आत्मशक्ति हमें प्राप्त होती है -- आत्मशोधन से, अपने चिंतन, चरित्र और व्यवहार को परिष्कृत करने से |
आत्मशोधन की यह साधना सबसे कठिन है | मन चंचल है | मन में संसार की अनगिनत इच्छाओं की आँधी, कामनाओं के झंझावात और वासनाओं की आग है | इन सब लालसाओं को छोड़ने के पश्चात ही साधना संभव है |
मन सधे तो कैसे सधे ? मन पर बहुत अधिक दबाव भी नहीं डाला जा सकता और इसे खुली छूट भी नहीं दी जा सकती |
ऐसे में मध्यम मार्ग है -- मन को धीरे-धीरे अपनी बुराईयों से, दोषों से मुक्त किया जाये और उच्च श्रेष्ठ वृत्तियों को जीवन में सम्मिलित करने का निरंतर प्रयास किया जाये ----" मन के खर-पतवारों ( दोषों ) को काटने-हटाने के साथ-साथ अच्छी फसल भी बो दी जाये | इससे फसल की रखवाली करते- करते खर-पतवार की कटाई भी हो ही जायेगी | "
अर्थात मन को श्रेष्ठ चिंतन में रमा देने से निकृष्ट विचारों के प्रति विकर्षण पैदा होगा | सतत अभ्यास से इसमें सफलता प्राप्त होगी | यही सबसे बड़ा, हर पल का, हर श्वास का संग्राम है जो इसमें विजयी होता चला जाता है, वह निश्चित ही इतिहास में स्थान बना लेता है