अपने युग के सर्वश्रेष्ठ चिकित्सा विज्ञानी ' जीवक ' औषधियों के साथ आध्यात्मिक जीवनशैली एवं आध्यात्मिक साधनाओं के प्रबल पक्षधर थे l उनकी चिकित्सा से स्वस्थ हुए सम्राट आजातशत्रु ने उनसे पूछा ---- " क्या अकेली औषधियाँ पर्याप्त नहीं हैं , उनके साथ आध्यात्मिक जीवनशैली एवं आध्यात्मिक साधनाएं जरुरी हैं ? " जीवक ने उत्तर दिया ---- " यदि कोई सम्पूर्ण स्वस्थ होना चाहता है तो उसके लिए यह अति अनिवार्य है l मनुष्य का जीवन पदार्थ एवं चेतना के संयोग के कारण है l इसलिए इसकी सफल चिकित्सा के लिए विज्ञानं एवं अध्यात्म का संयोग चाहिए l चिकित्सा विज्ञानं एवं अध्यात्म ज्ञान मिलकर ही मनुष्य जीवन को सम्पूर्ण सुखी व स्वस्थ कर सकते हैं l "
24 June 2021
WISDOM --------
एक पादरी जहाज से यात्रा कर रहे थे l जहाज ने एक द्वीप के पास लंगर डाला l पादरी ने सोचा कि इस द्वीप पर कोई होगा तो उसे प्रार्थना सिखा आएं l वहां उन्हें केवल तीन साधु मिले , उनसे पूछा ---- कुछ प्रार्थना , उपासना करते हो ? उन्होंने बताया --- हाँ ! हम तीनों ऊपर हाथ उठाकर कहते हैं , हम तीन हैं , तुम तीन हो l तुम तीनो हम तीनों की रक्षा करो l पादरी हँसे , बोले यह क्या पागलपन करते हो , तुम्हे प्रार्थना करनी भी नहीं आती l उन भोले साधुओं के आग्रह पर पादरी ने उन्हें बाइबिल के आधार पर प्रार्थना करना सिखाया , और अभ्यास हो जाने पर वैसा ही करने को कहकर जहाज पर आ गए l दूसरे दिन पादरी जहाज के डैक पर टहल रहे थे l पीछे से आवाज सुनाई दी ---- ' ओ पवित्र आत्मा रुको l " पादरी ने देखा वे तीनों साधु पानी पर बेतहाशा दौड़ते पुकारते चले आ रहे हैं l आश्चर्य चकित पादरी ने जहाज रुकवाया और उनसे इस प्रकार आने का कारण पूछा l वे बोले ----- " आप हमें प्रार्थना सिखा आये थे , रात में हम सोये तो भूल गए l सोचा आपसे ठीक विधि पूछ लें इसलिए दौड़े आए l " पादरी ने पूछा --- पर आप पानी पर कैसे दौड़ सके ? उन्होंने कहा ---- " हमने भगवान से प्रार्थना की , कहा -- हम अनजान हैं , पवित्र पादरी जो सिखा गए थे , हम भूल गए l अब दौड़ हम लेंगे , डूबने तुम मत देना l बस , इतना ही कहा था l " पादरी ने घुटने तक कर उनका अभिवादन किया और कहा -- आप जैसी प्रार्थना करते हैं वही सही है l प्रभु आपसे प्रसन्न हैं l सर्वव्यापी ईश्वर सबके भाव समझता है , उसी आधार पर मान्यता देता है l