16 July 2018

WISDOM ----- मनुष्य जब तक स्वयं बदलना न चाहे , तब तक उसे कोई भी शक्ति बदलने में समर्थ नहीं हो सकती l

   मनुष्य  स्वयं  का   सबसे  बड़ा  और  बुरा  दुश्मन  है  l  इसने  काल  और  इतिहास से   कुछ  नहीं  सीखा   l  इसने  आदिम  पशुता  और   दुष्टता  को  अभी  भी  जीवन्त  बनाये  रखा l
  अपने  पिता  बिन्दुसार  से     सम्राट   अशोक  को   सुविस्तृत  राज्य  प्राप्त  हुआ  l  परन्तु  उसकी  तृष्णा  और  अहंकार  ने   उसे  चैन  नहीं  लेने  दिया   l  आस - पास  के  छोटे - छोटे  राज्यों  को  जीतकर   उसने  अपने  राज्य  में  मिला  लिया  l   अब    उसने  कलिंग  राज्य  पर  आक्रमण  किया   l  वहां  की  सेना  तथा  प्रजा  ने   अशोक  के  आक्रमण  का   पूरा  मुकाबला  किया   l  उसमे  प्राय:  सारी   आबादी  मृत्यु  के  मुख  में  चली  गई   l  अब  उस  देश  की  महिलाओं  ने  तलवार  उठाई   l  अशोक  इस  सेना  को  देखकर  चकित  रह  गया   l  वह  उस  देश  में  भ्रमण  के  लिए  गया  ,  तो  सर्वत्र  लाशें  ही  पटी  थीं   और  खून  की  धारा  बह  रही  थी   l  अशोक  का  मन  पाप  की  आग  से  जलने  लगा  l  उसने  बौद्ध  धर्म  की  दीक्षा  ली   और  जो  कुछ  राज्य  वैभव  था  ,  उस  सारे  धन  से   बौद्ध  धर्म  के  प्रसार   तथा  उपयोगी  धर्म  संसथान  बनवाये   l   अपने  पुत्र  और  पुत्री  को    धर्म  प्रचार  के  लिए  समर्पित  कर  दिया  l
 परिवर्तन  इसी  को  कहते  हैं  l  एक  क्रूर  और  आततायी  कहा  जाने  वाला   अशोक  बदला  ,  तो  प्रायश्चित  की  आग  में  तपकर   एक  संन्यासी   जैसा  हो  गया ,  सच्चे  अर्थों  में  प्रजापालक  सम्राट  हो  गया  l