25 June 2021

WISDOM -------

   पोरस  से  युद्ध  जीतकर  भी  सिकंदर  हार  गया  था  ,   थक - हार  कर  जब  वह  वापस  लौटने  लगा   तो  उसने  सोचा  क्यों  न  आसपास  के  छोटे  राज्य  ही  हड़प  लिए  जाएँ   l   उसकी  दृष्टि   अश्वपति  के  राज्य  पर  पड़ी  l   अश्वपति  ने  अपने  राज्य  का  विस्तार  तो  नहीं  किया  था  ,  पर  उसने  समर्थ  नागरिक  तैयार  करने  के  हर  संभव  प्रयास  किये  थे   l  उसके  राज्य  में  सभी  स्वस्थ   और  वीर - बहादुर  थे   l   काना - कुबड़ा ,  दीनहीन ,  आलसी  कोई  न  था   l   अपने  राज्य  के  सब  बच्चों  की  शिक्षा - दीक्षा  का  प्रबंध  अश्वपति  स्वयं  करता  था  l   उसके  राज्य  का  हर  नवयुवक   चरित्रबल ,  शौर्य  और  संयम  की  प्रतिमूर्ति  था   l   ऐसे  राज्य  की  सेना  को  आमने - सामने  के  युद्ध  में  पराजित  करना  असंभव  था   l   अत:  सिकन्दर   ने  छल  का  सहारा  लिया   और  रात्रि  में  छल  से   अश्वपति  पर  आक्रमण  कर  उसे  हरा  कर  बंदी  बना  लिया  l   अश्वपति  के  चार  वफादार  कुत्ते  थे  ,  जो  उनके  साथ  रहते  थे   l   सिकन्दर   ने  कुत्तों  की  लड़ाई  शेर   से  कराने  की  सोची   l   अश्वपति  बोले   ---- "  राजन  !  ये  भारतीय  कुत्ते  हैं  l   शेरों   से  भी  मैदान  में  लड़ते  हैं  l   छिपकर  आक्रमण  नहीं  करते   l  "  कुत्ते  और    शेर   के    मध्य   लड़ाई  प्रारम्भ  हुई   तो  देखते - देखते    कुत्तों  ने  शेर  को  लहूलुहान  कर  दिया   l   शेर  भागने  को   मजबूर   हो  गया  l   यह  देखकर  सिकन्दर   बोला ----- "  जिस  राज्य  के  कुत्ते  भी  इतने  पराक्रमी  हैं  ,  वहां  की  सेना  को  हम  कैसे  हरा  पाए  ? "   अश्वपति   बोले  ----- "  यदि  आपने  छल  न  किया  होता   और  यह  युद्ध  आमने - सामने  का  होता   तो  यथार्थता  का  पता  चल   जाता  l  "  सिकन्दर   के  पास    मुँह   लटकाने   के  अतिरिक्त  और  कोई  चारा  न  था   l