24 February 2023

WISDOM ------

  1 .    जीवन  के  संघर्ष  और   आँधियों  से  दुःखी   एक  नाविक  जहाज  से   उतारकर  बाहर  आया  l  समुद्र  के  मध्य  अडिग  और  अविचलित   चट्टान   को  देखकर  उसे  कुछ  शांति  मिली   l  वह   वहां  खड़ा  होकर  चारों  ओर  देखने  लगा  l  उसने  देखा   समुद्र  की   तेज  लहरें   चारों  ओर  से  उस  चट्टान  पर   निरंतर  आघात  कर  रही  हैं   l  तो  भी   चट्टान  के  मन  में  न   रोष  है   और  न  ही  विद्वेष  है   l  संघर्ष पूर्ण   जीवन  पाकर  भी   उसे  कोई  ऊब , कोई  दुःख  नहीं  है  l  मरने  की  भी  उसने  कभी  कोई  इच्छा  नहीं  की   l  यह  देखकर  नाविक  का  ह्रदय   श्रद्धा  से  भर  गया   l  उसने  चट्टान  से  पूछा  == "  तुम  पर  चारों  ओर  से   आघात  लग  रहे  हैं  ,  फिर  भी  तुम  निराश  नहीं  हो    l  "  चट्टान  बोली  ---- " तात  !  निराशा  और  मृत्यु  दोनों  एक  ही   वस्तु  के  दो  पक्ष  हैं  l  यदि  हम  निराश  हो  गए  होते  , तो  एक  क्षण  ही  सही   दूर  से  आए  अतिथियों   को  विश्राम  देने  , उनका  स्वागत  करने  से  वंचित  रह  जाते   l  "    नाविक  को  एक  प्रेरणा  मिली  ---- जीवन  में  कितने  ही  संघर्ष  आयें  ,  अब  मैं  चट्टान  की  तरह  जिऊंगा   ताकि  भावी  पीढ़ी   और  मानवता  के  आदर्शों  की  रक्षा  हो  सके   l