30 May 2019

WISDOM ------ बड़े से बड़ा संकट आ जाने और कठिन से कठिन परिस्थिति खड़ी हो जाने पर भी आशा का साथ न छोड़ने वाले अंतत: विजयी होते हैं --- पं. श्रीराम शर्मा आचार्य

 ' आचार्य श्री  ने  लिखा  है --- ' यह  संसार  जिसमें  हम  रह  रहे  हैं   कष्ट  और  कठिनाइयों  का  घर  कहा  गया  है  l  यहाँ  प्रतिकूलतायें  और  विषमताएं  तो  आती  ही  रहती  हैं  l  केवल  निराश  बनकर  पड़े  रहने  से  आप  प्रगति  तो  नहीं  के  पाएंगे , साथ  ही  जिस   स्थिति   में   पड़े -पड़े  कष्ट  भोग  रहे  हैं  , वह  भी  दूर  न  होगी   l  '
 उन्होंने  लिखा  है --- प्रतिकूलताओं  से  टक्कर  लेते  हुए   आगे  बढ़ना  ही  जीवन  है  l  इसलिए  निराश  कभी  नहीं  होना  चाहिए  l  आशा  और  उत्साह  की   वृत्ति  मानव   शक्तियों  के  लिए  संजीवनी  के  समान  है  l  आशा  की  मशाल  हाथ  में  लेकर  आगे  बढ़िए  l  आप  देखेंगे  कि  आपका  आत्मविश्वास , आपकी  क्षमताएं  जो   निराशा  की  दशा  में  आपसे  दूर  हो   गईं  थीं  ,  दौड़कर  फिर  चली  आएँगी   l  आपके  जीवन  में  वांछित  परिवर्तन  तभी  आ  सकेगा  ,  जब  आप  निराशा  से  पल्लू  छुड़ाकर  आशावादी  बनेंगे   l  '