24 November 2018

WISDOM ---- ईश्वर की शरण में जाने से ही भय से मुक्ति संभव है

 लाओत्से  ने  कहा  है --- अगर  मजे  से  रहना   हो  तो  आखिरी  में  रहना   l  जो  अंतिम  में  खड़ा है  उसे  कोई  धक्का  देने  नहीं  आएगा  l  अगर  प्रथम  होने  की  कोशिश  होगी   तो  फिर  अनेकों  आ  जायेंगे  ,  पीछे  खींचने  के  लिए   l  इसलिए  स्वर्ग  के  राजा  इंद्र  को   हमेशा   बड़ी  बेचैनी  बनी  रहती  है   l  वे  सबसे  अधिक भयभीत  रहते  हैं  l  कोई  भी  तप  से  ऊपर  उठने  की  कोशिश  करे   तो  उन्हें बड़ी  घबराहट होने  लगती  है  l