14 March 2019

WISDOM ---- जो अधिक जानता है , वह कम बोलता है और जो कम जानता है , वह अधिक बोलता है और बकबक करता है

    संसार  में  जितनी  भी  उथल - पुथल  होती  रही  है  ,  उनमे  वाणी  की  भूमिका  प्रधान  रूप से  रही  है   l  इसलिए  इसे  शक्ति  कहकर   वर्णित  किया  गया  है   l  हम  चाहे  तो  इसका  सदुपयोग  कर   स्वर्ग  का  निर्माण  के  सकते  हैं   और  दुरूपयोग  कर   नरक  का  ---- यह  पूर्णत:  प्रयोक्ता  पर  निर्भर  है   l 
  मनुष्य  के  भाव - संस्थान  में  हलचल  उत्पन्न  करना ,  दिशा देना   और कुछ  से  कुछ  बना  देना   वाणी  के  लिए   ही  संभव  है   l  इसलिए    स्वार्थ , कामना ,  वासना   से  ऊपर  उठकर  अपनी  वाणी  का   सदुपयोग  दूसरों  के  जीवन  को  सही  दिशा  देने  के  लिए  करना  चाहिए  l