13 July 2018

WISDOM ---- संगठन की शक्ति

  संगठन  में  शक्ति  होती  है  ,  लेकिन  यह  भी  जरुरी  है   कि   वे  नैतिकता  ,  मर्यादा  के  आधार  पर  संगठित  हों   l  अनैतिकता  और  अधर्म न  हो  l
    पांडवों  के  अज्ञातवास  से  लौटने   के  बाद  भगवान  श्रीकृष्ण  ने  उनकी  मन:स्थिति  परखी  और  परिस्थिति  को  देखते  हुए   कौरवों  से  संघर्ष  हेतु   उन्हें  महाभारत  में  प्रवृत  किया   l  असमंजस  को  देखते  हुए   उन्होंने  कहा  -- तुम्हारा  विजयी  होना  सुनिश्चित  है  ,  क्योंकि  तुम  पांच  होते  हुए  भी  एक  हो   और  कौरव गण  सौ  होते  हुए  भी  अलग - अलग  मत  वाले  हैं   l  संघ  शक्ति  के  कारण  ही  नीति - पक्ष  की  विजय  होती  है   l  
  हुआ  भी   यही  l  पांडवों  में  कोई  सेनापति  नहीं  था   l  प्रतीक  रूप  में  पांच  पांडवों  को  छोड़कर 
 धृष्टद्दुम्न  को  सेनापति  पद  दे  दिया  गया  l  संगठन  - शक्ति ,  सहयोग - सहकार  के  कारण  वे  विजयी  हुए   , परन्तु  कौरव गण  सेनापति  पद  के  लिए  ही  लड़ते  रहे  ,  परस्पर  विरोध - विग्रह  ही   उनकी  हार  का  मूल  कारण  बना   l