एक व्यक्ति बहुत नकारात्मक चिंतन का था l उसे संसार में हर जगह बुरा ही बुरा दिखाई पड़ता था l एक दिन उसे समाचार मिला कि शहर में रहने वाले एक भले व्यक्ति के साथ कुछ दुर्घटना घट गई है l यह जानकर वह अपने मित्र से बोला ---- " मित्र ! लगता है इस संसार में मात्र दुर्जनों का ही बोलबाला है l सज्जनों को तो लोग प्रताड़ित ही करते हैं l " उसका मित्र उसे गुलाब का एक पुष्प देते हुए बोलै --- " मित्र ! ये बताओ कि कौन गुलाब को उसके काँटों के कारण याद करता है l बुराई सब जगह है , पर लोगों के हृदय में छाप मात्र अच्छाई की ही छपती है l उस भले व्यक्ति को लोग उसके सद्गुणों के कारण याद करेंगे , दुर्घटना के कारण नहीं l सद्गुणों की कीर्ति तो सदा रहती है l "