22 October 2021

WISDOM-------

   रामकृष्ण  परमहंस  परस्पर  चर्चा  में  शिष्यों   को  बता  रहे  थे  ---- मनुष्यों  में  कुछ  देवता  होते  हैं  ,  शेष  तो  नर पिशाच   ही  होते  हैं   l  नरेंद्र  ने  पूछा --- भला  इन  नरपिशाचों   और  मनुष्य  तथा  देवताओं  की  पहचान  क्या  है  ?  परमहंस  ने  कहा ---- वे  मनुष्य  देवता  हैं   जो  दूसरों  को  लाभ  पहुँचाने  के  लिए  स्वयं  हानि  उठाने  के  लिए  तैयार  हैं   l  मनुष्य  वे  हैं  जो  अपना  भी  भला  करते  हैं  और  दूसरों  का  भी   l   नर पिशाच  वे  हैं   जो  दूसरों  की  हानि  ही  सोचते  हैं   और  करते  हैं  ,  भले  ही  इस   प्रयास  में  उन्हें  स्वयं  ही  हानि   सहनी    पड़े   l "