20 October 2018

WISDOM ------ स्वयं को श्रेष्ठ व बड़ा सिद्ध करने के प्रयास में मनुष्य अपने लक्ष्य से भटकना नहीं चाहिए

 हम  सब  अपनी  जिन्दगी  में   स्वयं  को  श्रेष्ठ  व  बड़ा  सिद्ध  करने  के  लिए    आपस  में  लड़ने - भिड़ने  में  अपनी   ऊर्जा  व  समय   दोनों  को  बरबाद  कर  देते  हैं   और  अपने  लक्ष्य  से  भटक  जाते  हैं  l  रामचरितमानस  का एक  प्रसंग  है   जिससे  हमें  शिक्षा  मिलती  है  कि  हमें  व्यर्थ  के  झगड़ों  में   अपना  समय  व  ऊर्जा  बर्बाद  न  कर  ,  लक्ष्य  पर  ध्यान  केन्द्रित  करना  चाहिए  ----------  जब  श्रीहनुमानजी  सीता माता  की  खोज  के  लिए  जाते  हैं   तो  उनके  सामने  सुरसा  नाम  की  राक्षसी  आती  है  l  इन्हें  खाने  के  लिए  उसने  अपना  मुंह  बड़ा  कर के    खोला   तो  हनुमानजी  ने  भी  अपना  रूप  बड़ा  कर  लिया   और  फिर छोटे बनकर   उसके  मुँह  में  प्रवेश  कर  बाहर  निकल  गए  l  इस  आचरण  से  उन्होंने  यह  बताया  कि  वे  चाहते  तो  सुरसा  से  युद्ध  कर  के  उसे  पराजित  कर  सकते  थे  किन्तु  ऐसा  कर  के  उनका  समय  व  ऊर्जा  बर्बाद  होती  l  उनका  लक्ष्य  सुरसा  को  पराजित  करना  नहीं  था ,  उनका  लक्ष्य  था  सीता माता  की  खोज  करना  l  इसके  साथ  ही  उन्होंने   अपने  आचरण  से  यह  भी  बताया  कि  लघुरूप  अर्थात  नम्रता  ,  सदैव  विजय  दिलाती  है   l