25 January 2021

WISDOM ------

      ' आधी  छोड़  सारी   को  धावे  ,  आधी  मिले  न  सारी    पावे  '  l    मनुष्य  एक  बुद्धिमान  प्राणी  है   l  लेकिन  लोभ , मोह  , कामना , तृष्णा  ये  सब  मानसिक  कमजोरियां  उसे  दुर्बुद्धिग्रस्त  कर  देती  हैं  l   एक  कथा  है  ----- एक  बार    की  बात  है    लोगों  का  बहुत  बड़ा  समुदाय   व्याकुल  होकर  ईश्वर  से  प्रार्थना  करने  लगा   कि   हमारी  रक्षा  करो  l  सामूहिक  प्रार्थना  में  बड़ी  शक्ति  होती  है  l   विधाता  ने  पूछा  कि   -- अनंत   सुख  सुविधाओं  के  होते  हुए  भी     अब  क्या    दुःख  है  ?     लोगों ने  कहा  ---- दुःख  यही  है  कि   विभिन्न  बीमारियों  ने  घेर  रखा  है  ,  उन  सुखों  का  उपभोग  ही  नहीं  कर  पा  रहे  हैं  ,  तनाव  है  ,  आनंद  नहीं  है  l  मनुष्य  में  विकृतियां  बढ़ती  जा  रही  हैं  l  '  विधाता  ने  समझाया  ----' इस  विशाल  धरती  के  हर  भू भाग  की  अपनी  विशेषताएं  हैं  l   जिस  भूभाग  में  तुम  ने  जन्म  लिया  है  उसी प्रकृति     के  अनुरूप  भोजन , फल , चिकित्सा  आदि    लेने  से  ही  स्वस्थ  रहा  जा  सकता  है   l    अपने  विवेक  को  जाग्रत  करो  l  प्रकृति   में सब  कुछ  पवित्र  है  , मनुष्य  ने  अपने  विकारों  के  कारण  प्रकृति   में  असंतुलन  पैदा  कर  दिया  l '