20 June 2022

WISDOM ------

   हकीम  लुकमान  कहते  थे ---- ' भोजन  का  असंयम  कर   मनुष्य  अपनी  जीभ  से   अपनी  कब्र  खोदता  है  l '   ---एक  सेठ जी  थे ,  वे  खाँसी  से  बहुत  परेशान  थे  l   वैद्य जी  के  पास  गए  ,  तो  वैद्य जी   ने  उनसे  परहेज  करने  को  कहा   l  सेठ जी  ने  कहा ---- " आप  चाहें   तो  जितनी  कड़वी  दवा   दें  दे,    पर  मैं  परहेज  नहीं  कर  सकता  l  "  वैद्य जी  ने  कहा --- फिर  आप  परहेज   भी  मत  कीजिए  ,  दवा   भी    मत  लीजिए  ,  क्योंकि  खांसी  के  तीन  लाभ  आपको  अवश्य  ही  होंगे  l  एक  लाभ  तो  यह   कि  आप   रात   भर  खांसते  रहेंगे  तो   ,  घर  में  चोर  नहीं  आयेंगे  l    दूसरे    आपको  कुत्ते  नहीं  काटेंगे   क्योंकि  कमजोरी  के  कारण  आप   बिना  लाठी  नहीं  चल   सकेंगे  l   तीसरा  लाभ  यह  है  कि  बुढ़ापा   नहीं  आएगा  ,  क्योंकि  खांसी  के  कारण   जीवन  जल्दी  ही  समाप्त  हो  जायेगा   l  यह  सुनकर  सेठजी  को   वैद्य जी  की  बात  समझ  में  आ  गई   और  उन्होंने  खाने -पीने  पर  नियंत्रण  कर  अपने  को  स्वस्थ  कर  लिया  l