21 August 2020

WISDOM -----

   एक  दिन  पार्वती  जी  ने  महादेव जी  से  पूछा  ---- ' आप  हरदम  क्या  जपते  रहते  हैं  ? '   उत्तर  में  महादेव जी  विष्णुसहस्रनाम  कह  गए  l   अंत  में  पार्वतीजी  ने  कहा --- ' ये  तो  एक  हजार  नाम  आपने  कहे  l  इतना  जपना  तो  सामान्य  मनुष्य  के  लिए   असंभव  है  l   कोई  एक  नाम  कहिये   जो  सहस्त्रों  नामों  के  बराबर  हो   और  उनके  स्थान  में  जपा  जाये  l '    इस  पर   महादेव जी  ने  कहा  ---  ' राम  रामेति   रामेति   रमे   रामे   मनोरमे  l   सहस्त्रनाम   ततुल्यं    रामनाम  वरानने   l   राम   राम  शुभ  नाम  रटि ,  सबबख़न   आनंद - धाम  l  सहस  नाम  के  तुल्य  है  ,  राम - नाम  शुभ नाम   l  "      शिवजी  श्रीराम  जी  से  कहते  हैं ---( श्लोक  का  अभिप्राय )  '  मरने  के  समय   मणिकर्णिका  घाट   पर    गंगा जी  में   जिस  मनुष्य  का  शरीर  गंगाजल  में  पड़ा  रहता  है   उसको  मैं  आपका  तारक  मन्त्र  देता  हूँ  ,  जिससे  वह  ब्रह्म  में  लीन  हो  जाता  है  l '